आगवत ने साधा चीन पर निशाना
आरएसएस चीफ ने कहा, ‘चीन के विस्तारवादी स्वभाव को सब जानते हैं। इस बार उसने एक साथ ताइवान, वियतनाम, अमेरिका, जापाना और भारत के साथ-साथ झगड़ा मोल लिया। परन्तु इस बार भारत ने उसकी जो प्रतिक्रिया दी, उसके कारण से वह सहम गया है। क्योंकि भारत तन के खड़ा हो गया। भारत की सेना ने अपनी वीरता का परिचय दिया, भारत के नागरिकों ने अपनी देशभक्ति का परिचय दिया।’
नागपुर में आरएसएस हेडक्वार्टर में अपने संबोधन पर सर संघ संचालक मोहन भागवत ने कहा कि चीन सामरिक और आर्थिक दृष्टि से ठिठिक गया है। इतना झटका तो उसे लगा है। इसी वजह से दुनिया के बाकी देशों ने भी चीन को अब डांटना शुरू किया है। उसके सामने खड़ा होना शुरू किया है। उन्होंने कहा कि इसके कारण अब और सजगह रहने की जरूरी है। क्योंकि जो नहीं सोचा था, वह परिस्थिति उसके सामने खड़ी हो गई है। उसकी प्रतिक्रिया में वह क्या करेगा, पता नहीं। इसका उपाय सावधानी और सामरिक तैयारी है। सामरिक,आर्थिक और कूटनीतिक में हमें चीन से बड़ा होना पड़ेगा। हमको यह करते रहना पड़ेगा, ऐसा करेंगे तो ही चीन को रोक पाएंगे।